बिहार बोर्ड के इंटरमीडिएट सत्र 2025-27 में नामांकन लेने जा रहे छात्रों के लिए एक अहम सूचना सामने आई है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी एक नए आदेश के बाद 11वीं कक्षा में एडमिशन प्रक्रिया में कुछ बड़े बदलाव संभावित हैं। यह आदेश न केवल एडमिशन प्रक्रिया की गति को प्रभावित करेगा, बल्कि यह भी तय करेगा कि किसे किस स्कूल में दाखिला मिलेगा। अगर आप या आपके घर में कोई छात्र मैट्रिक 2025 पास कर चुका है और 11वीं में एडमिशन लेने की तैयारी में है, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है।
जो बच्चे इस साल 11वीं एडमिशन 2025 के लिए यानी इंटर सेशन 2025-27 के लिए ऑनलाइन अप्लाई कर रहे हैं, ऐसे बच्चों के लिए एक बहुत बड़ी खबर आई है। इस खबर का सीधा असर 11वीं क्लास में एडमिशन लेने वाले छात्रों पर पड़ने वाला है। आपको पता है कि आप ओएफएसएस के माध्यम से ऑनलाइन अप्लाई कर रहे हैं — 11वीं में एडमिशन के लिए।
शिक्षा विभाग का नया आदेश और इसकी तारीख
इस आदेश के बाद बहुत कुछ बदलने जा रहा है, क्योंकि यह लेटर एक बहुत बड़े निर्देश के साथ जारी किया गया है। यह लेटर 28 अप्रैल 2025 को जारी किया गया है। इसे बिहार के शिक्षा विभाग द्वारा जारी किया गया है और यह पत्र बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड को संबोधित है।
पत्र का उद्देश्य और विषय
इस पत्र का विषय है: “वार्षिक माध्यमिक परीक्षा यानी मैट्रिक परीक्षा 2025 में पास विद्यार्थियों का शैक्षणिक सत्र 2025-26 में कक्षा 11 में नामांकन के संबंध में।” इसमें यह स्पष्ट किया गया है कि 2025-26 में 11वीं कक्षा में एडमिशन की प्रक्रिया ओएफएसएस के माध्यम से संचालित हो रही है यानी बच्चों से ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं।
बिहार सरकार की नीति और स्कूलों की स्थिति
राज्य सरकार की नीति के अनुसार बिहार राज्य की सभी पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय (प्लस टू स्कूल) संचालित किए जा रहे हैं। वर्तमान में बीपीएससी द्वारा बहाल किए गए कई शिक्षक इन स्कूलों में कार्यरत हैं।
एडमिशन प्रक्रिया में देरी और समस्या
हालांकि वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2025 का रिजल्ट मार्च में ही आ गया था, लेकिन अप्रैल के अंत तक भी 11वीं क्लास में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। अभी सिर्फ ऑनलाइन आवेदन चल रहा है। ध्यान दें कि केवल ऑनलाइन अप्लाई कर देना, एडमिशन नहीं माना जाता।
शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए तीन मुख्य निर्देश
स्थिति को देखते हुए शिक्षा विभाग ने बिहार बोर्ड को कुछ जरूरी निर्देश जारी किए हैं:
1. आवेदन की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू हो
ओएफएसएस के माध्यम से विद्यार्थियों का आवेदन शीघ्रता से लिया जाए और जितना जल्दी हो सके स्कूलों में उनका नामांकन सुनिश्चित किया जाए।
2. जहां से मैट्रिक किया वहीं एडमिशन को प्राथमिकता
विद्यार्थियों का नामांकन उसी विद्यालय में किया जाए जहां से उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा पास की है, बशर्ते वह स्कूल प्लस टू हो। यह प्रयास किया जाए कि अधिकतर विद्यार्थियों को उन्हीं के मूल विद्यालय में एडमिशन दिया जाए।
3. दूसरे स्कूल के लिए नियमानुसार आवंटन
अगर कोई छात्र किसी अन्य स्कूल में एडमिशन के लिए आवेदन करता है, तो उसे नियमानुसार, मेरिट के आधार पर विद्यालय आवंटित किया जाए। स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टी.सी.) की अनिवार्यता ऐसे छात्र जो किसी अन्य विद्यालय में नामांकन चाहते हैं, उन्हें अपने मूल विद्यालय (जहां से मैट्रिक पास किया) से स्थानांतरण प्रमाण पत्र यानी टी.सी. लेना अनिवार्य होगा। इसके बाद ही उन्हें नए स्कूल में मेधा सूची के आधार पर प्रवेश मिल सकेगा।
पिछले वर्ष (2024) की नीति और इस वर्ष का बदलाव
2024 में भी यही नियम लागू किया गया था कि जहां से मैट्रिक किया, वहीं इंटर में नामांकन लेना होगा। हालांकि 2024 में यह पूरी सख्ती से लागू हुआ था। लेकिन 2025 के पत्र में थोड़ी छूट दी गई है | छात्र नियमानुसार दूसरे स्कूल में भी नामांकन ले सकते हैं।
अब फैसला बिहार बोर्ड के हाथ में
अब यह देखना बाकी है कि बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड इस लेटर के आधार पर क्या निर्देश जारी करता है। यदि कोई नया निर्देश नहीं आता है, तो पहले की तरह ओएफएसएस के माध्यम से मेरिट के आधार पर एडमिशन होते रहेंगे।
जिन छात्रों ने अपने ही स्कूल को 11वीं के लिए चुना है, उन्हें प्राथमिकता मिलेगी। उनका एडमिशन नंबर कम होने पर भी संभव है। वहीं जिन छात्रों ने किसी अन्य स्कूल को चुना है, उनका एडमिशन मेरिट लिस्ट के आधार पर किसी अन्य विकल्प में हो सकता है।

निष्कर्ष: अपडेट्स का इंतज़ार जारी
शिक्षा विभाग ने तो अपने निर्देश दे दिए हैं, अब देखना यह है कि बिहार बोर्ड क्या निर्णय लेता है। जैसे ही कोई नया निर्देश आएगा, हम आपको तुरंत सूचित करेंगे।